जलोदर लक्षण :- बीमारी में पेट में सूजन आ जाती है । पेट में पानी जमा हो जाता है,इसलिए इसे जलोदर के नाम से जाना जाता है ।पानी भरने से पेट का अगला भाग बढ़ने लगता है|श्वसन में परेशानी ,प्यास ,दिल धड़कना ,पेशाब का कम होना ,कब्ज ,पेट में पानी की आवाज हिलने -डुलने पर महसूस होना आदि इनके लक्षण हैं |

उपचार :-   (१)गोमूत्र अर्क और मकोय अर्क को दो -दो चम्मच साथ में पानी में मिलकर रोगी को पिलाने से जलोदर की बीमारी दूर हो जाती है ।

                (२)अजवाइन को गाय के बछड़े के मूत्र में भिंगोकर सुखाकर चूर्ण बना लें और चार -चार ग्राम रोगी को देने से जलोदर रोग नष्ट होता है ।               (३)बेलपत्र के ताजे पत्ते के स्वरस में दो से तीन तोला तक छोटी पीपली के चूर्ण के साथ मिलाकर सेवन करने से जलोदर की बीमारी दूर हो जाती है ।  

 


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