बाल्यकाल स्थूलता रोग :- बच्चों में मोटापा आज के वर्तमान परिवेश में एक समस्या के रूप अपना पाँव पसार रही है,क्योंकि बच्चों में फ़ास्ट फ़ूड एवं तले भुने खाद्य पदार्थों के सेवन में ज्यादा रूचि हो गई है।आज हरेक जगह चाउमीन,मोमोज,रोल आदि खाद्य पदार्थों का प्रचलन इतना अधिक होने लगा है कि आगामी भविष्य में इसका परिणाम अत्यंत घातक होने वाला है।इसी क्रम में बच्चों में मोटापा दिन प्रतिदिन अपना प्रभाव दिखाने लगा है,सार्वजनिक स्वास्थ्य की दृष्टि से एक गंभीर एवं चिंतनीय विषय है।बाल्यकाल स्थूलता की वजह से बच्चों में अत्यधिक वसा का जमा होना मधुमेह,उच्च रक्तचाप,हृदय रोग,अधिक नींद का आना,युवावस्था का जल्दी आगमन,लड़कियों में मासिक धर्म का जल्दी आना आदि जैसी समस्याओं से ग्रसित होना शामिल है।
लक्षण :- अधिक पसीना आना,बार बार साँस फूलना,थकान अनुभव करना,जोड़ों में दर्द की समस्या,लड़कियों में जल्दी मासिक धर्म का होना,कब्ज,शरीर पर बालों का आना,ज्यादा पेशाब आना आदि बाल्यकाल स्थूलता रोग के प्रमुख लक्षण हैं।
कारण :- आनुवांशिक,कैलोरी युक्त खाद्य पदार्थों का अत्यधिक सेवन,फ़ास्ट फ़ूड का अधिक प्रयोग,कोल्ड ड्रिंक,जूस,तली हुई चीजें,चॉकलेट,आइसक्रीम का ज्यादा उपयोग,ज्यादा सोना,अवसाद ग्रस्त होना,आदि बाल्यकाल स्थूलता रोग के मुख्य कारण हैं।
उपचार :- (1) गिलोय,नागरमोथा,त्रिफला,का सेवन शहद के साथ करने से बाल्य काल स्थूलता रोग दूर हो जाता है।
(2) आंवला चूर्ण शुंठी के साथ सेवन करने से बाल्य काल स्थूलता रोग दूर हो जाता है।
(3) अश्वगंधा के एक पत्ते को मसल कर गोली बनाकर गुनगुने जल के साथ सुबह खाली पेट सेवन करने से बाल्य काल स्थूलता रोग ठीक हो जाता है।
(4) कम प्रोटीन एवं कम कैलोरी युक्त खाद्य पदार्थों के सेवन से बाल्य काल स्थूलता रोग दूर हो जाता है।
(5) छोटी हरड़ चूर्ण दो से पांच ग्राम के प्रतिदिन सेवन करने से बाल्य काल स्थूलता रोग दूर हो जाता है।
(6) फ़ास्ट फ़ूड के प्रयोग को कम कर या पूरी तरह से बंद करने से भी बाल्य काल स्थूलता रोग दूर हो जाता है।
(7) लौकी के जूस का सेवन करने से बाल्य काल स्थूलता रोग दूर हो जाता है।
(8) रात को त्रिफला चूर्ण गुनगुने जल के साथ सेवन करने से बाल्य काल स्थूलता रोग दूर हो जाता है।
(9) अनानास के सेवन से बाल्य काल स्थूलता रोग दूर हो जाता है।
(10) मिश्री,मोटी सोंफ,धनिया चूर्ण,गुनगुने जल के साथ सेवन करने से बाल्य काल स्थूलता रोग दूर हो जाता है।
(11) भुना जीरा,काला नमक और अजवाइन कूट पीस कर छाछ के साथ सेवन करने से बाल्य काल स्थूलता रोग दूर हो जाता है।
(12) एप्पल का सिरका जूस या जल के साथ सेवन करने से बाल्य काल स्थूलता रोग दूर हो जाता है।
(13) 50 ग्राम पिप्पली चूर्ण और 30 ग्राम सेंधा नमक के साथ मिलाकर सुबह खाली पेट छाछ के साथ सेवन करने से बाल्य काल स्थूलता रोग दूर हो जाता है।
(14) आधा ग्राम पिप्पली चूर्ण को शहद के साथ सेवन करने से बाल्य काल स्थूलता रोग दूर हो जाता है।
(15) मांसाहार भोज्य पदार्थों के न सेवन करने से बाल्य काल स्थूलता रोग दूर हो जाता है।
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