breast swelling
स्तन की सूजन :- स्तन की सूजन स्तनपान करानेवाली महिलाओं की एक सामान्य बीमारी है,जो आमतौर पर स्तनपान से जुड़ा होता है।स्तनों में सूजन जीवाणु स्टेफीलोकोक्क्स एवं स्त्रेप्तोकोच्ची के कारण होता है।सूजन की स्थिति में स्तन की नसें त्वचा की अपेक्षा अधिक साफ दृष्टिगोचर होने लगती है और स्तनों में एवं आसपास दर्द की अनुभूति तथा भारीपन का अनुभव होने लगता है।इसके अतिरिक्त स्तन की दुग्ध ग्रंथियों के आकार में वृद्धि के कारण स्तनों में सूजन आना स्वाभाविक होता है।स्तनों में सूजन मुख्यतः मिल्क स्टेसिस एवं मैस्टाइसिस दोनों के कारण भी होता है।
लक्षण :- छाती में दर्द,बुखार,गर्मी,अच्छा महसूस न होना,निप्पल से रिसाव,सामान्य दर्द,स्तनों में लाली,स्पर्श करने पर गर्म महसूस होना,बेचैनी,स्तनों में मवाद या सूजन,स्तनपान के दौरान दर्द या जलन,ठंड लग्न,थकान आदि स्तनों में सूजन के प्रमुख लक्षण हैं।
कारण :- स्तनपान न कराना,ब्रा का टाइट होना,जीवाणुओं का संक्रमण,स्तन का फोड़ा,मधुमेह,कोई पुरानी बीमारी,रोग प्रतिरोधक शक्ति में कमी,गर्भावस्था,मासिक धर्म के पहले स्तनों में सूजन,मिल्क डक्ट में इन्फेक्शन होना,दूध नलिकाओं का अवरुद्ध होना,कैफीन एवं नमक का अत्यधिक सेवन आदि स्तनों में सूजन के मुख्य लक्षण हैं।
उपचार :- (1) एलोवेरा जैल में थोड़ी सी हल्दी डालकर अच्छी तरह से मिलाकर हल्का गर्म करके स्तनों पर लेप करने से स्तन की सूजन ठीक
हो जाती है।
(2) कैस्टर ऑयल के साथ नारियल तेल मिलकर स्तनों की मालिश से स्तन की सूजन समाप्त हो जाती है।
(3) चार - पांच धतूरे के पत्तों को पीसकर उसमें थोड़ी सी हल्दी मिलाकर स्तनों पर कर और कुछ देर बाद पानी से धो लें ।
ऐसा करने से स्तनों की सूजन दूर हो जाती है।
(4) अजवाइन के तेल को हल्का गुनगुना कर स्तनों की मालिश करने से स्तनों की सूजन ठीक हो जाती है।
(5) नारियल तेल में थोड़ी से हल्दी मिलाकर स्तनों पर लगाने से स्तनों की सूजन ठीक हो जाती है।