stuttering disease
तुतलाना या हकलाना रोग :- तुतलाना या हकलाना एक सामान्य वाक् बाधा रोग है ,जिसमें बोलने में वह शब्दों को दुहराता है एवं साथ ही अटक - अटक कर बोलता है। वास्तव में हकलाना या तुतलाना कोई गंभीर बीमारी नहीं है। तुतलाना एक कठिनाई है , जो धारा प्रवाह बोलने में रूकावट पैदा करता है एवं बोलते समय जोर लगाना पड़ता है। यह मानसिक नहीं शारीरिक समस्या है ,जिसे निरंतर अभ्यास एवं आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खों के द्वारा दूर किया जा सकता है। तुतलाना या हकलाना ज्यादातर पुरुषों में महिलाओं की अपेक्षा पाया जाता है। हकलाने की समस्या होने पर व्यक्ति दूसरों के सामने बोलने में संकोच करता है और यह सोचता रहता है कि बोलने पर उसका लोग मजाक बनाएंगे। इस कारण से वह लोगों के सामने जाने से भी डरने लगता है। यह उसके जीवन पर गहरा प्रभाव डालता है ,परिणामस्वरुप वह व्यक्ति कुंठित जीवन जीने के लिए मजबूर हो जाता है।
लक्षण :- रुक - रुक कर बोलना ,एक ही शब्द को दुहराना ,बोलते समय आँखें बंद का लेना ,ओठ एवं जबड़ों को हिलाना,र को ड़ या ल बोलना ,बोलने में झिझकना ,आवाज में तनाव ,किसी के सामने बोलने में डरना आदि तुतलाना या हकलाना रोग के प्रमुख कारण हैं।
कारण : - जीभ का नीचे ज्यादा चिपका होना ,नर्व्स की समस्या ,अत्यधिक डर,तनाव या घबराहट,मनोवैज्ञानिक कारण,जीभ का मोटा हो जाना,मस्तिष्क में चोट लगना,ट्यूमर,मस्तिष्क में रक्त का बहाव में बाधा,आनुवांशिक कारण आदि तुतलाना या हकलाना के मुख्य कारण हैं।
उपचार :- (1) हरे या सूखे आंवला के प्रतिदिन सेवन से तुतलाना या हकलाना ठीक हो जाता है।
(2) अश्वगंधा तैल की कुछ बूंदें प्रतिदिन नाक में डालने से तुतलाना या हकलाना दूर हो जाता है।
(3) चार - पांच बादाम को रात में पानी में भिगों दें और उसे पीसकर सुबह एक चम्मच मक्खन के साथ मिलाकर खाने से तुतलाना या हकलाना ठीक हो जाता है।
(4) एक चम्मच मक्खन में एक चुटकी काली मिर्च का चूर्ण मिलाकर प्रतिदिन सेवन करने से तुतलाना या हकलाना दूर हो जाता है।
(5) दालचीनी के तैल से जीभ की मालिश से भी तुतलाना या हकलाना ठीक हो जाता है।
(6) अनु तैल या षडबिंदु तैल के दो - तीन बूंदें नक् में प्रतिदिन डालने से तुतलाना या हकलाना दूर हो जाता है।
(7) पांच -छह बादाम ,काली मिर्च एवं मिश्री के दानों को पीस लें और मिलाकर सेवन करने से तुतलाना या हकलाना ठीक हो जाता है।
(8) सूखे खजूर के प्रतिदिन सेवन भी तुतलाना या हकलाना ठीक हो जाता है।