pasli harfa
पसली ( पांजारा ) डब्बा और हरफा रोग : - पसली ( पांजारा ) डब्बा एवं हरफा रोग बच्चों को होने वाली एक अत्यंत गंभीर रोग है,जो मौसम के बदलाव या परिवर्तन के कारण होता है। अधिकतर यह रोग सर्दी के मौसम में होता है; किन्तु अन्य मौसम में भी हो सकता है। इस बीमारी में बच्चा दूध पीना बंद कर देता है और बहुत ज्यादा रोता है। पसली चलना या हांफना इस बीमारी का मुख्य लक्षण है। गंभीर स्थिति हो जाने पर निमोनिया का हो जाना इसकी अगली स्थिति होती है ,जो जानलेवा साबित हो सकती है। अतः प्रारंभिक स्थिति में उपचार की आवश्यकता होती है जिसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
लक्षण :- सर्दी - जुकाम,नाक से पानी चलना,छींक आना,साँस की गति तेज होना,बहुत सुस्त हो जाना,बार - बार रोना,बुखार,खांसी,पसलियां चलना,साँस लेने में कठिनाई आदि पसली ( पांजारा ) डब्बा एवं हरफा रोग के प्रमुख लक्षण हैं।
कारण :- सर्दी - जुकाम एवं खांसी,श्वसन तंत्र में संक्रमण,मौसम में परिवर्तन,कमजोर इम्यून सिस्टम,माता का गलत खान - पान आदि पसली ( पांजारा ) डब्बा एवं हरफा रोग के मुख्य कारण है।
उपचार :-(1) जब बालक का पाखाना और पेशाब बंद जाये ,बुखार तेज हो और सांस चले तो गोंद बबूलऔर मुसब्बर समान भाग घी कुवार के रस में मिलाकर पेट पर गुनगुना लेप करना चाहिए ।
(2) कबीला -८ भाग और हींग -१ भाग दोनोंको बारीक पीसकर दही के तोड़ के साथ गोली मिर्च के समान बना कर गर्म जल के साथ देने से रोग नष्ट होता है ।
(3) पीपली चूर्ण थोड़ा सा शहद के साथ चटाने एवं पसलियों पर लेप करने से पसली ( पांजारा ) डब्बा एवं हरफा रोग ठीक हो जाता है।
(4) बच्चे के उदर पर एरंड के तेल की मालिश करें और बकायन के पत्ते को हल्का सा गरम करके बांधने से पसली ( पांजारा ) डब्बा एवं हरफा रोग ठीक हो जाता है।
(5) सरसों के तेल को गर्म करें और उसमें थोड़ा सा नमक डालकर उतार लें और ठंडा करके एक शीशी में रख लें। पसली की सिंकाई एवं मालिश करने से पसली ( पांजारा ) डब्बा एवं हरफा रोग दूर हो जाता है।
(6) मुनक्का एक दाना,आधा रत्ती दालचीनी पाउडर,एवं काकड़ासिंगी तीन रत्ती शहद के साथ मिलाकर बच्चों को चाटने से खांसी ,कफ व पसली चलना ठीक हो जाता है।
(7) बेल की जड़, छाल एवं पत्ते,त्रिफला,नागरमोथा,एवं कटेरी 5 - 5 ग्राम की मात्रा लेकर 200 ग्राम पानी में काढ़ा बनाकर उसमें थोड़ा सा गुड़ मिलाकर एक चम्मच 15 - 15 मिनट के अंतराल पर बच्चों को पिलाने से पसली ( पांजारा ) डब्बा एवं हरफा रोग ठीक हो जाता है।
(8) देशी घी में अजवाइन को हल्का गर्म कर उससे बच्चों की छाती पर मालिश करने से पसली ( पांजारा ) डब्बा एवं हरफा रोग ठीक हो जाता है।
(9) दूध एवं फलों का रस मिलाकर पिलाने से भी पसली ( पांजरा ) डब्बा एवं हरफा रोग में बहुत आराम मिलता है।
(10) बच्चों की पेडू पर मिटटी की पट्टी करने से पसली ( पांजारा ) डब्बा एवं हरफा रोग दूर हो जाता है।