intestinal obstruction
बद्धांत्र रोग:- बद्धांत्र रोग आँतों की एक गंभीर एवं भयंकर कष्टप्रदायक रोग है।जब हम भोजन करते हैं तो अन्नमार्ग खाद्य पदार्थों को जमा कर,पाचन कार्य के उपरांत सूक्ष्म रूपों में विभक्त कर रक्त में पहुंचा देते हैं और अवशिष्ट पदार्थों को बाहर निकाल देता है। बद्धांत्र वह स्थिति है जब किसी कारणवश आंत्र मार्ग में अवरुद्धता (रुकावट)आ जाती है,यह छोटी या बड़ी किसी भी आंत में हो सकती है,जो बिना उपचार के घातक सिद्ध हो सकती है।यह एक चिकित्सीय आपात स्थिति है।
लक्षण:- पेट में दर्द होना,उलटी होना,गैस पेट से न निकलना,पेट में सूजन,कब्ज आदि बद्धांत्र के प्रमुख लक्षण हैं।
कारण:-आंत का सिकुड़ जाना,आंत में मल का जम जाना,पित्ताशय में पथरी,पेट के अंदर अर्बुद,पित्ताशय प्रदाह,आंत का ऐंठन,आंत का अपनी स्थिति से हट जाना आदि बद्धांत्र के मुख्य कारण हैं।
उपचार:- (1) अमलताश की फली का गूदा दो कप पानी में डालकर उबालें और जब एक कप पानी रह जाये तो
छान कर पीने से बद्धांत्र की समस्या से मुक्ति मिल जाती है।
(२) अजवाइन,सोंफ,संजय पत्ती,अम्बा हल्दी,सोंठ सामान भाग लेकर चूर्ण बना कर गुनगुने जल के साथ
सेवन से बद्धांत्र ठीक हो जाता है।