measles disease
खसरा रोग:- खसरा रोग एक अत्यंत संक्रामक रोग है,जो श्वसन प्रणाली का एक वायरल संक्रमण होता है।यह संक्रमित बलगम और लार के संपर्क के कारण फैलता है।संक्रमित व्यक्ति जब खांसता या छींकता है तो बैक्टीरिया वायु में फ़ैल जाता है और निकट में रहने वाल व्यक्ति आसानी से इस बीमारी से संक्रमित हो जाता है।खसरे का मुख्य कारण रूबिओला वायरस होता है जो संक्रमित व्यक्ति के द्वारा खांसने,छींकने,अपने मुँह या नाक और आँख छूने,संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाने या उसके साथ रहने से अन्य व्यक्ति भी संक्रमित हो जाता है।
लक्षण:- सर्दी-जुकाम होना,नाक बहना,सूखी खांसी,गले में खराश,आँखों में सूजन,चेहरे पर दानेदार चकत्ते,खोपड़ी में दर्द, स्वर बैठ जाना आदि खसरा रोग के प्रमुख लक्षण हैं।
कारण:- संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आने,संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाने,उसके साथ रहने,सोने आदि के कारण खसरा रोग हो जाते हैं।
उपचार:- (1) नीम की निबौली,बहेड़े की गुठली और हल्दी समान भाग लेकर कूट पीस कर जल की सहायता से गोली बनाकर प्रतिदिन सुबह-
शाम एक से तीन गोली सेवन करने से खसरा रोग का नाश हो जाता है।
(२) हरड़,बहेड़ा,आंवला,गिलोय,नीम की छाल,कत्था की छाल,अडूसा की छाल,अडूसा के पत्ते और पटल के पत्ते का काढ़ा बनाकर
प्रतिदिन सुबह-शाम पीने से खसरा रोग नष्ट हो जाता है।
(3) बासी जल में शहद मिलाकर पीने से खसरा के कारण आने वाला बुखार ठीक हो जाता है।
(4) गर्म जल में सुहागा मिलाकर कुल्ला करने से खसरा के कारण मुँह के छाले ठीक हो जाते हैं।
(5) अडूसा और मुलहठी का काढ़ा बनाकर पीने से खसरा में खांसी का नाश हो जाता है।