Colorectal cancer
बृहदान्त्र कैंसर :-यह कैंसर एक सामान्य प्रकार की बीमारी है ,जो ग्रंथि शोथ के रूप में होती है।यह श्लैष्मिक झिल्ली पर विकसित होती है,जो बड़ी आंत की रेखा की होती है;इसे एडेनोमा भी कहा जाता है।जब एडिनोमा कैंसर होता है तो उन्हें एडेनोकार्कीनोमा कहा जाता है।यह कैंसर का सामान्य प्रकार है।इस कैंसर के कई चरण हैं-
1.बृहदान्त्र या मलाशय के चारों ओर स्थित झिल्ली में प्रवेश करता है ,लेकिन अंगों की भित्तियों में नहीं फैलता है।
2.बृहदान्त्र या मलाशय की भित्तियों में फ़ैल जाता है ,लेकिन लसिका ग्रंथियों(लिम्फ नोड्स)या आसपास के ऊतकों को प्रभावित नहीं करता।
3.कैंसर लसिका ग्रंथियों में फ़ैल जाता है ,किन्तु शरीर के अन्य हिस्से तक नहीं फैलता।
4.कैंसर शरीर के अन्य भागों में फ़ैल जाता है ;जैसे लिवर या फेफड़े।
लक्षण:- बार -बार शौचालय जाना,दस्त,कब्ज,मल त्यागने के बाद भी दोबारा शौच जाने की इच्छा महसूस होना,मल में रक्त आना,पेट में दर्द,पेट फुला हुआ महसूस करना,उल्टी,थकान का अनुभव ,भूख में कमी आदि बृहदान्त्र कैंसर के मुख्य लक्षण हैं।
कारण:-बृहदान्त्र कैंसर के कई कारण हैं -आनुवंशिक ,आंत के अजीर्ण रोग ,मधुमेह ,मोटापा ,अल्कोहल का अधिक प्रयोग आदि।
उपचार:-1.अश्वगंधा पाउडर का प्रयोग प्रतिदिन सुबह -शाम ताजे जल के साथ सेवन करने से बृहदान्त्र कैंसर का
नाश हो जाता है।
2.लहसुन के रस में अदरक के रस को मिलाकर सुबह खाली पेट सेवन करने से बृहदान्त्र कैंसर नष्ट हो
जाता है।
3.हल्दी,दारू हल्दी,अम्बा हल्दी सबको समान भाग लेकर कूट पीस कपड़छान कर सुबह ताजे जल के
साथ सेवन करने से बृहदान्त्र कैंसर का नाश हो जाता है।
4.एलोवेरा जूस का सेवन प्रतिदिन सुबह खाली पेट करने से बृहदान्त्र कैंसर नष्ट हो जाता है ।
5.ग्रीन टी के प्रयोग से भी बृहदान्त्र कैंसर का नाश हो जाता है ,क्योंकि उसमें एपिगलाटॉक्सिन पाया जाता
है,जिसमे कैंसररोधी गुण बहुतायत रूप में पाए जाते हैं।