cradle cap disease
पपड़ी या क्रैडल कैप रोग :- क्रैडल कैप नवजात शिशुओं में पायी जाने वाली एक सामान्य बीमारी है,जो सिर की त्वचा में स्थित सिबेशियम ग्रंथियों द्वारा उत्पादित तेल जैसी चिकनी पदार्थों के स्राव के कारण बनता है।इसे सेबोरिक डर्मेटाइटिस के नाम से भी जाना जाता है।यह सिर के अलावा चेहरे,गर्दन एवं घुटनों के पास दिखाई देता है।यह बिना चिकित्सा के भी कुछ दिनों में ठीक हो जाता है;किन्तु अधिक दिनों तक ठीक न होने पर चिकित्सा की आवश्यकता होती है।
लक्षण :- सिर पर पपड़ी,खोपड़ी पर चिकने पीले,लाल एवं भूरे रंग की पपड़ी,परतदार पपड़ी का बनना खुजली होना,सख्त पपड़ी का बन जान आदि क्रैडल कैप या पपड़ी रोग के प्रमुख लक्षण हैं।
कारण :- त्वचा द्वारा स्रावित तेल जैसा पदार्थ,सिबेशियम ग्रंथियां,एलर्जी,बैक्टीरियल संक्रमण,सिबेशियम ग्रंथियों का अधिक क्रियाशील होना आदि क्रैडल कैप या पपड़ी रोग के मुख्य कारण हैं।
उपचार : - (1) पेट्रोलियम जेली द्वारा पपड़ी को मुलायम कर साफ करने से सिर पर बनी हुई पपड़ी या क्रैडल कैप दूर हो जाता है।
(2) सिर को बेसन एवं दही के साथ मिलाकर धोने से सिर पर क्रैडल कैप या पपड़ी दूर हो जाती है।
(3) सिर की त्वचा पर बादाम तेल की मालिश करने से क्रैडल कैप या पपड़ी दूर हो जाती है।
(4) मुल्तानी मिट्टी को पानी में भिंगो कर सिर को धोने से क्रैडल कैप या पपड़ी दूर हो जाती है।
(5) सिर की त्वचा में जैतून के तेल की मालिश से क्रैडल कैप या पपड़ी दूर हो जाती है।
(6) सिर पर एलोवेरा जेल की मालिश से क्रैडल कैप या पपड़ी दूर हो जाती है।
(7) सरसों तेल की मालिश से भी क्रैडल कैप या पपड़ी दूर हो जाती है।