snoring disease
खर्राटे रोग :- खर्राटे लेना एक बहुत ही आम समस्या है , जो सोते समय साँस के साथ तेज आवाज और बाइब्रेशन जैसी ध्वनि आती है।खर्राटे लेना सोते समय साँस में रुकावट आने के कारण होता है।गले के पिछले भाग के संकरा हो जाने के कारण ऑक्सीजन लेते समय आसपास के टिशू बाइब्रेट होते हैं , नतीजन साँस के साथ आवाज आने लगती है। यह एक अत्यंत विषम स्थिति साथ सोने वालों के लिए होती है।इसे ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एप्निया भी कहा जाता है।वास्तव में खर्राटे लेने को लोग नजरअंदाज करते हैं ;किन्तु इसे नजरअंदाज करना गंभीर बीमारी को आमंत्रण दे सकता है।विशेष कर हृदय रोगों का खतरा बढ़ जाने की संभावना होती है।कभी - कभी तो साँस लेने में रूकावट हो आती है और जानलेवा साबित हो जाती है।इसलिये खर्राटे लेने पर उपचार कराने की आवश्यकता है।
लक्षण :- साँस लेने में परेशानी , नाक का बंद हो जाना , साँस लेते समय घर्र - घर्र की आवाज , पूरा दिन सुस्त एवं आलस्य पूर्ण होना , दिन में नींद आना , थकान महसूस करना आदि खर्राटे रोग के प्रमुख कारण हैं।
कारण :- मोटापा , वजन बढ़ना , साँस लेने वाली नली संकरी एवं कमजोर होना , थायराइड, टांसिल बढ़ना ,जीभ मोटी होना ,नाक की हड्डी का टेढ़ा होना आदि खर्राटे रोग के प्रमुख कारण हैं।
उपचार :- (1 ) एक गिलास जल में एक - बूंदें पुदीने की तेल डाल कर प्रतिदिन सोने से पहले गरारे करने से खर्राटे लेना दूर हो जाता है।
(2 ) जैतून तेल और शहद समान भाग लेकर मिला लें और प्रतिदिन रात को सोने से पहले सेवन करने से खर्राटे लेना दूर हो जाता है।
(3 ) टी ट्री तेल दो -तीन चम्मच एक कटोरे गर्म जल में डालकर सर को तौलिये से ढँक कर गहरी साँस लेने से नाक के अंदर जमा हुआ पदार्थ निकल जाने से खर्राटे में बहुत आराम होता है।
(4 ) गुनगुना घी की कुछ बूंदें नाक में प्रतिदिन रात को सोने से पहले और सुबह उठने के तुरंत बाद लेने से खर्राटे लेना दूर हो जाता है।
(5 ) एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच हल्दी पाउडर प्रतिदिन रात में सोने से पहले सेवन करने से खर्राटे लेने में बहुत आराम मिलता है।
(6 ) एक गिलास पानी में एक या आधा चम्मच इलायची पाउडर मिलाकर प्रतिदिन रात में सोने से आधा घंटा पहले सेवन करने से खर्राटे लेना दूर हो जाता है।
(7 ) जैतून के तेल की एक या दो घूंट प्रतिदिन सेवन करने से खर्राटे की समस्या समाप्त हो जाती है।
(8 ) अडूसा के पंचांग की 10 ग्राम की मात्रा 400 ग्राम जल में उबालें और जब एक चौथाई शेष रहे तब छानकर पीने से खर्राटे में बहुत आराम मिलता है।
(9 ) अडूसा की पत्तियों का रस निकाल कर नाक में दो - तीन बूंदें डालने से खर्राटे लेना दूर हो जाता है।