skin pigmentation disease

चेहरे की झाईं रोग :- चेहरे की झाईं रोग आधुनिक परिवेश में एक गंभीर समस्या के रूप में दृष्टिगोचर हो रहा है,जो चेहरे की सुंदरता को नष्ट कर देता है।वास्तव में चेहरे की झाईं रोग तेज धूप में ज्यादा देर तक रहने से त्वचा में स्थित मेलेनोसाइट्स नामक ग्रंथि ज्यादा मेलेनिन उत्पादित करने लगता है परिणामस्वरूप चेहरे पर झाईं बनने लगता है।चेहरे पर झाईं बनने का मुख्य कारण सूर्य की पराबैंगनी किरणों का दुष्प्रभाव ही है।आज के समय में विवाहित स्त्रियों या बड़े उम्र की महिलाओं को ज्यादातर झाईं होती हैं ;किन्तु छोटी उम्र की लड़कियाँ भी इससे पूरी तरह से बची नहीं हैं।ज्यादातर महिलाओं में रक्त एवं श्वेत प्रदर की बीमारियों के कारण भी चेहरे पर झाईं बनने लगती है।अधिकांशतः यह विटामिन ई या बी कॉम्प्लेक्स की न्यूनता,खून की कमी आदि के कारण झाईं रोग होती है।

प्रकार :- (1)यूमेलेनिन :- यह बालों,त्वचा और निप्पल के चारों ओर काले हिस्से में पाया जाता है । बालों ,त्वचा और आँखों का काला और भूरा रंग मेलेनिन के इसी प्रकार पर निर्भर करता है।

(2) फियोमेलेनिन :- यह बालों और त्वचा में पाया जाता है।यह मेलेनिन त्वचा और बालों को गुलाबी व लाल रंग प्रदान करता है;किन्तु सूर्य की हानिकारक किरणों यूवी के दुष्प्रभाव से रक्षा नहीं कर पता है।

(3) न्यूरोमेलेनिन :- यह मेलेनिन मस्तिष्क के विविध भागों में पाए जाते हैं।इसकी न्यूनता से तंत्रिका तंत्र सम्बन्धी विकार हो जाते हैं।

लक्षण :- चेहरे पर हलके भूरे रंग के दाग का हो जाना,लाल रंग का होना,हल्के काले रंग का हो जाना,चेहरे का निस्तेज हो जाना आदि झाईं रोग के प्रमुख लक्षण हैं।

कारण :- सूर्य की रौशनी में ज्यादा देर तक रहना,त्वचा में स्थित मेलेनिन का ज्यादा सक्रिय होना,वंशानुगत कारण,बढ़ती उम्र,गर्भावस्था,स्त्रियों को रक्त एवं श्वेद प्रदर की बीमारियां,कॉस्मेटिक्स सौंदर्य प्रसाधनों का अत्यधिक                  प्रयोग,कब्ज,खून की कमी,इम्यून सिस्टम की गड़बड़ी,विटामिन ई एवं बी कॉम्प्लेक्स की कमी आदि झाईं रोग के मुख्य कारण हैं।

उपचार :- (1) केले एवं नीम्बू के रस को मिलाकर चेहरे की झाईं पर लगाने से झाईं रोग 

                   का नाश हो जाता है । 

              (2) लहसुन एवं शहद को मिलाकर पेस्ट बनाकर चेहरे की झाईं पर लगाने 

                   से झाईं रोग दूर हो जाता है।

              (3) संतरे के छिलके को पीसकर तुलसी के रस में मिलाकर चेहरे की झाईं 

                    पर लगाने से झाईं ठीक हो जाता है।

              (4) चिरोंजी को पीसकर दूध में मिलाकर पेस्ट बनाकर लगाने से चेहरे की 

                   झाईं रोग का नाश हो जाता है।

              (5) अनानास,पका पपीता,जामुन,संतरा,सेब,स्ट्राबेरी,शहतूत आदि को चेहरे 

                   की झाईं पर लगाने से ठीक हो जाता है।

              (6) कच्चे पपीते को पीसकर पेस्ट बनाकर उसमें थोड़ा सा नीम्बू का रस 

                   मिलाकर लगानेसे चेहरे की झाईं ठीक हो जाता है।

              (7) प्याज और लहसुन के पेस्ट को सिरके की कुछ बूंदों के साथ मिलाकर 

                   लगाने से झाईं रोग ठीक हो जाता है।

              (8) कच्चे आलू और उबले काबुली चने का पेस्ट बनाकर चेहरे की झाईं पर 

                   लगाने से झाईं ठीक हो जाता है।

             (9) संतरे के छिलके के चूर्ण को गुलाब जल में मिलाकर झाईं पर लगाने से 

                  झाईं का दाग ठीक हो जाता है।

             (10) एलोवेरा जेल प्रतिदिन चेहरे की झाईं पर लगाने से दूर हो जाता है।

             (11) बैगन का रस निकालकर झाईं पर लगाने से ठीक हो जाता है।

            


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