crohns disease
क्रोहन रोग :- क्रोहन की बीमारी एक पुरानी सूजन की बीमारी है,जो पाचन तंत्र में होती है।क्रोहन रोग एक प्रकार का प्रतिरक्षित रोग है,जिसमें मरीज की प्रतिरक्षा प्रणाली खुद की आंत्र प्रणाली पर हमला करती है और उनमें सूजन,लालिमा,जलन व दर्द उत्पन्न करती है।वास्तव में यह रोग एक दीर्घकालिक स्थिति है,जिसमें शरीर के पाचन तंत्र की परत में सूजन व लालिमा पैदा हो जाती है,जिसमें डायरिया (दस्त) और पेट में ऐंठन जैसी समस्यायें होने लगती है।यह रोग ज्यादातर 13 -30 साल तक के आयु वर्ग के लोगों में होता है और उन्हें विकसित एवं बढ़ने में काफी दिक्क्तें होती हैं ।आधुनिक चिकित्सा पद्धति में सर्जरी के अलावा कोई इलाज नहीं है।केवल आयुर्वेद में क्रोहन रोग को जड़मूल से ठीक किया जा सकता है।
लक्षण :- पेट में दर्द,अधिक दिनों तक दस्त,बुखार,आंत में सूजन,वजन काम होना,मल में खून आना,आंत की दीवार में छेद हो जाना,आंत में संकुचन या ब्लॉक होना आदि क्रोहन रोग के प्रमुख लक्षण हैं ।
कारण :- आनुवंशिक कारण,आंत में किसी विशेष बैक्टीरिया के ऊपर प्रतिरक्षा प्रणाली द्वारा असाधारण तरीके से प्रतिक्रिया करना,बैक्टीरिया,वायरस का संक्रमण,धूम्रपान,तनाव,दवाओं का साइड इफेक्ट आदि क्रोहन रोग के मुख्य कारण हैं ।
सावधानियां :- तरल पदार्थों का सेवन,फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन,थोड़ा-थोड़ा भोजन कई बार करना,खाद्य पदार्थों के लिए एक डायरी बनाना ,जिससे उन पदार्थों की पहचान की जा सके जो समस्याएं पैदा करते हैं।कम वसा वाले खाद्य पदार्थ का सेवन,कम नमक वाले खाद्य पदार्थ का सेवन करना क्रोहन रोग में लाभकारी होता है।
उपचार :- (1) हल्दी,दारू हल्दी,अम्बा हल्दी,बच,नागरमोथा सामान भाग लेकर चूर्ण बनाकर प्रतिदिन ताजे जल के साथ सुबह - शाम सेवन
करने से क्रोहन रोग ठीक हो जाता है ।
(2) अदरक का रस,तुलसी के पत्ते का रस सामान भाग लेकर प्रतिदिन सुबह -शाम सेवन करने से क्रोहन रोग ठीक हो जाता है ।
(3) लहसुन की चार-पांच कलियों को पीसकर पेस्ट बनाकर शहद के साथ प्रतिदिन सुबह -शाम सेवन करने से क्रोहन रोग ठीक हो
जाता है ।
(4) एलोवेरा जूस 30 एम एल की मात्रा प्रतिदिन सुबह-शाम सेवन करने से क्रोहन रोग ठीक हो जाता है।
(5) गाजर का रस,चुकुन्दर का रस और शहद मिलाकर प्रतिदिन सुबह -शाम सेवन करने से क्रोहन रोग ठीक हो जाता है।
(6) नारियल पानी का प्रतिदिन सेवन भी क्रोहन रोग में लाभकारी सिद्ध होता है ।
(7) गिलोय स्वरस का प्रतिदिन सेवन भी क्रोहन रोग को ठीक कर देता है ।