kukunak
कुकुनक रोग :- कुकुनक बच्चों को आँखों में होने वाली एक अत्यंत कष्टकारक रोग है। इसमें बच्चा अपना माथा,नाक एवं आँखों को रगड़ता रहता है;क्योंकि उसे आँखों में पीड़ा होती है। आँखों से स्राव होना इस रोग का एक प्रमुख लक्षण है। आँखें सूज जाती हैं और बालक आँखें खोलने में कष्ट का अनुभव करता है। फलस्वरूप वह हमेशा आँखों को बंद ही रखता है। रोशनी की तरफ देखने में वह अत्यंत कष्ट महसूस करता है। कुकुनक को " खुथुई " के नाम से भी जाना जाता है।
लक्षण : - आँखें बंद रखना,नाक,माथा एवं आँखों को रगड़ना,आँखों में पीड़ा,खुजली,स्राव,आँखों में सूजन,बेचैनी,वायु सम्बन्धी दोष,मल - मूत्र एवं वायु का अवरोध आदि कुकुनक रोग के प्रमुख लक्षण हैं।
कारण : - वात,पित्त एवं कफ का दूषित होना,आँखों में संक्रमण,माता का स्वच्छता से नहीं रहना,माता का गलत खान - पान आदि कुकुनक रोग के मुख्य कारण हैं।
उपचार : - (1) आमलकी के फलकी छाल का चूर्ण,लाकुच,फल और जम्बू के पत्तों के काढ़े से आँखों को धोने से कुकुनक की बीमारी दूर हो जाती है ।
(2) मुस्तकमूल,हल्दी,दारु हल्दी की छाल और पीपली फल को पानी में पीसकर उसका लेप बनाकर बच्चे की माँ के स्तन पर लेप करना चाहिए ताकि बालक के दूध पीते समय दवा के प्रभाव से बीमारी दूर हो सके ।
(3) पीपली,हरीतकी फल की छाल एवं द्राक्षा समान मात्रा से बनाये गए काढ़े को बालक के माता को दिन में 2 बार 7-14 मिलिलिटर पिलाने से बच्चों की कुकुनक की बीमारी ठीक हो जाएगी ।
(4) आँखों में शहद की कुछ बूंदें डालने से कुकुनक रोग ठीक हो जाता है।
(5) चाकसू को लेकर उसे थोड़े पानी में उबालकर उसका छिलका हटाकर उसे एक साफ पत्थर पर रखकर लोहे की किसी चीज से खूब रगड़े ताकि वह सुरमा समान हो जाये ,तब उसको कुकुनक में लगाने से दूर हो जाता है।
(6) हरड़,बहेड़ा,आंवला,लोध,पुनर्नवा,की जड़,अदरक,कटेरी एवं कटाई को पानी में पीसकर गुनगुना - गुनगुना सा लेप करने से कुकुनक रोग दूर हो जाता है।