mouth-sores
मुख व्रण या मुँह का छाला रोग:-बच्चों में मुख व्रण या छाला रोग बहुत ही कष्टप्रदायक रोग है।यह कब्ज और पेट की गर्मी के कारण होते हैं। इसमें मुँह के अंदर होठों,जीभ या मसूड़ों पर सफ़ेद रंग का छोटे आकार का फोड़ा हो जाता है,जो चारों ओर लालिमा युक्त जलन पैदा करनेवाला होता है।बच्चा अच्छी तरह से न तो बोल पाता है और न ही खा पाता है ,जो बच्चों के लिए बहुत ही दर्दनाक और परेशानियों वाला होता है।
लक्षण:- मुँह में दर्द,जलन होना,बोलने,खाने -पीने में परेशानी,दाँतों को साफ करते समय फोड़े से खून आना,भूख कम हो जाना आदि मुख व्रण के प्रमुख लक्षण हैं।
उपचार:- (1) बच्चों को दूध पिलाते समय पहले स्तन के निप्पल को अच्छी प्रकार गर्म जल से धोकर एवं उसपर
शहद लगाकर स्तनपान करने से मुख व्रण या छाले बहुत जल्द ठीक हो जाते हैं।
(2) एलोवेरा जेल को मुख के छाले पर लगाने से मुख व्रण ठीक हो जाते हैं।
(3) तुसी के पत्तों को पीस कर लगाने से या खाने से भी मुख के छाले ठीक हो जाते हैं।
(4) दही में शहद मिलकर खिलाने से मुँह के छाले दूर होते हैं।
(5) छाछ के सेवन से भी मुँह के छाले ठीक हो जाते है ,क्योंकि इसमें लैक्टिक एसिड होता है जो
जीवाणुओं को रोकने में मदद करता है।
(6) मुँह के छाले पर देशी घी लगाने से भी बहुत जल्द आराम होता है।
(7)शहद और हल्दी मिलाकरलगाने से मुँह के छाले जल्द ठीक हो जाते हैं।
(8) मुँह के छाले पर नारियल तेल लगाने और नारियल के दूध से गरारे करने से छाले बहुत जल्द आराम
हो जाते हैं।