eye injury
आँखों में चोट लगना :- आँखों में आघात या चोट लगना अत्यंत खतरनाक होता है। आँखों में सांद्र द्रव के बाहर निकल आने से लेंस के बदलने की समस्या एवं संक्रमण की गंभीर स्थिति उत्पन्न हो जाती है। आँखों में चोट लगने पर हाथों द्वारा बार - बार छूने से संक्रमण का बहुत ज्यादा खतरा होता है। अतः बार - बार छूने से बचना अत्यंत आवश्यक होता है। साथ ही आँखों के आसपास की जगह की कोशिका भी क्षतिग्रस्त होकर आँखों को क्षतिग्रस्त कर सकती है। आँखों के चोट को कभी भी हल्के में नहीं लेना चाहिए और उचित चिकित्सकीय सहायता लेना चाहिए ताकि आँखों जैसे संवेदनशील अंगों को किसी प्रकार का नुकसान नहीं हो और आँखों की रोशनी या देखने की क्षमता में कमी आ जाने की सम्भावना हो सकती है।
लक्षण :- आँखों में दर्द,आँखों का लाल हो जाना,आँखों का न खुलना,खून निकलना,पुतली का फ़ैल जाना,घाव,चुभन होना,आँखों में सूजन,आँखों से पानी गिरना,आँखों को खोलने में परेशानी, धुंधला दिखाई देना आदि आँखों में चोट लगने के प्रमुख लक्षण हैं।
कारण : - दुर्घटना,आँखों से किसी सख्त चीज का टकराना,आकस्मिक कोई धातु आँख में गिरना,रासायनिक पदार्थ का आँखों में जाना,कीड़े - मकोड़े का आँखों में जाना आदि।
उपचार : - (1) एलोवेरा जेल एवं उसमें एक चम्मच हल्दी मिलाकर आँखों के ऊपर लेप करने और पट्टी बांधने से आँखों के चोट में बहुत लाभ करता है।
(2) आँखों पर आलू या टमाटर की स्लाइस का इस्तेमाल आँखों की चोट में अत्यंत लाभकारी होता है।
(3) चुकुन्दर स्वरस एवं गाजर स्वरस को मिलाकर उसमें थोड़ा सा शहद डालकर पीने से आँखों के चोट में बहुत लाभप्रद होता है।
(4) अदरक स्वरस में शहद मिलाकर पीने से भी आँखों के चोट में बहुत लाभ पहुँचाता है।
(5) हल्दी,दारू हल्दी,अम्बा हल्दी को पीसकर चूर्ण बनाकर गुनगुने दूध में मिलाकर पीने से आँखों के चोट में अत्यंत लाभ पहुँचाता है।