latex allergy disease
लेटेक्स एलर्जी रोग :- लेटेक्स एलर्जी एक अत्यंत रेयर किस्म का रोग है ,जो सभ्यता के आरंभिक काल से प्रचलित है। यह रोग अनसेफ सेक्स के कारण होता है और यह बीमारी लगभग 1 % जनसंख्या में पायी जाती है। वास्तव में प्राकृतिक रबर लेटेक्स में पाए जाने वाले कुछ खास प्रोटीन से एलर्जी के कारण होने वाला यह रोग है। एसटीडी एवं एचआईवी जैसी घातक बीमारियों से अनसेफ सेक्स से दूर रहकर बचा जा सकता है किन्तु यह तरीका लेटेक्स से होने वाली एलर्जी से बचाने के लिए उपयुक्त नहीं है। लेटेक्स एलर्जी से बचने के लिए प्राकृतिक स्किन कंडोम या लेटेक्स कंडोम का इस्तेमाल जरुरी है। प्राकृतिक स्किन कंडोम अक्सर मेमने के इंटेस्टाइनल मेम्ब्रेन से बनाये जाते हैं और यह सीमेन को थोड़ी जगह देने के लिए कम ढीले होते हैं एवं इलास्टिक जैसे गुणों से युक्त नहीं होते हैं और इन्हें गीले लुब्रिकेंट में रखा जाता है। इस तरह के कंडोम मार्केट में कम उपलब्ध होते हैं साथ ही हर जगह नहीं मिलते हैं।
लक्षण : - चकत्ते ,फफोला ,लालिमा युक्त त्वचा ,छींक आना ,नाक बहना ,खुजली ,गले में खराश ,नम आँखें ,लिंग में जलन एवं खुजली ,निम्न रक्तचाप ,घरघराहट ,खांसी आदि लेटेक्स एलर्जी के प्रमुख लक्षण हैं।
कारण : - कंडोम का प्रयोग ,अनसेफ सेक्स ,लेटेक्स उत्पादों का प्रयोग औद्योगिक रबर श्रमिक के संपर्क में आने आदि लेटेक्स एलर्जी के मुख्य कारण हैं।
उपचार : - लेटेक्स एलर्जी का कोई कारगर उपाय नहीं है ,किन्तु लेटेक्स एलर्जी को रोकना संभव है -
(1) दस्ताने सहित लेटेक्स उत्पादों के साथ संपर्क से बचकर।
(2) ऐसे क्षेत्रों में जाने से बचे जहाँ साँस लेने का जोखिम अधिक हो।
(3) गैर - लेटेक्स दस्तानों का प्रयोग करके।
(4) लेटेक्स युक्त धूल से दूषित क्षेत्रों से दूर रहकर।
(5) लेटेक्स एलर्जी का इलाज नहीं किया जा सकता है किन्तु इसका प्रभाव कम किया जा सकता है।