breast cancer
स्तन कैंसर रोग :- स्तन कैंसर महिलाओं को होने वाला एक आम खतरनाक बीमारी है,जो स्तन की कोशिकाओं में होता है।स्तन के सूक्ष्म वाहिनियों,फाइब्रस मैटेरियल,फैट नाडियों,रक्त वाहिकाएं एवं कुछ लिम्फेटिक चैनलों में गतिरोध आ जाना स्तन कैंसर का प्रमुख कारण हैं ।प्रारंभ में स्तन कैंसर डक्ट में छोटे कैल्सिफिकेशन (सख्त कण) के जमने से या स्तन के टिश्यू में छोटी गांठ के रूप में बनते हैं और कैंसर का रूप धारण कर लेते हैं।स्तन कैंसर में स्तन में गांठ,निपल से खून मिला हुआ रिसाव एवं निपल या स्तन की बनावट में परिवर्तन आ जाता है।
लक्षण :- स्तन में गांठ,निपल से खून मिला हुआ रिसाव,निपल के बनावट में परिवर्तन,असहजता,स्तन में दर्द,सूजन,चुचुक में परिवर्तन जैसे अंदर खिंच लिया गया हो आदि स्तन कैंसर के प्रमुख लक्षण हैं।
कारण :- स्तन की कोशिकाओं का अनियंत्रित वृद्धि,आनुवांशिक कारण,दुग्ध वाहिनी में अवरोध,चोट लगने,बढ़ती उम्र,शराब का सेवन,धूम्रपान,रेडिएशन उपचार,एस्ट्रोजेन हार्मोन में वृद्धि आदि स्तन कैंसर मुख्य कारण हैं।
उपचार :- (1) नमक,सोंठ,शमी,मूली,सरसों एवं सहजन के बीज समान मात्रा में लेकर खट्टे छाछ में पीसकर स्तनों
पर लेप करने से स्तन कैंसर ठीक हो जाता है।
(2) आंवला का सेवन प्रतिदिन सुबह शाम करने से स्तन कैंसर ठीक हो जाता है।
(3) पोइ के पत्तों को पीसकर स्तन पर लेप करने से स्तन कैंसर ठीक हो जाता है।
(4) हर्बल ग्रीन के सेवन से भी स्तन कैंसर को समाप्त किया जाता है।
(5) अंगूर एवं अनार के जूस का प्रतिदिन सुबह शाम सेवन स्तन कैंसर में बहुत आराम होता है।
(6) काली चाय का प्रतिदिन सेवन करने से भी स्तन कैंसर की बीमारी ठीक हो जाती है।
(7) सदाबहार के फूलों का सेवन प्रतिदिन करने से भी स्तन कैंसर ठीक हो जाता है।