eczema disease
एक्जीमा या छाजन रोग :- एक्जीमा या छाजन रोग त्वचा की एक बीमारी है ,जिसमें त्वचा सूखी,खुरदरी,अत्यंत खुजलीदार एवं धब्बेदार हो जाती है ।एक्जीमा या छाजन रोग की उत्पत्ति अति संवेदनशीलता एलर्जी के कारन होती है । एक्जीमा या छाजन रोग में त्वचा में खुजली,तनाव या खरोंच लगने से बहुत कष्ट होता है ।यह रोग अधिकांश घुटनों के पीछे,कोहनी के मोड़ों पर ,कलाइयों ,गला एवं पैरों पर पाए जाते है ।यह कई प्रकार के होते हैं ,जैसे :- संस्पर्श जो किसी खास पदार्थ के संपर्क में आने ,त्वग्वसास्राव में सिर पर चकत्ते और लालिमायुक्त,चक्राभ एक्जीमा या छाजन जो सिक्के के आकार के चकत्ते या घाव ।
लक्षण :- त्वचा में खुजली,शुष्क खुरदरी त्वचा,त्वचा पर दानेदार धब्बे,सिक्के के आकार के चकत्ते या घाव,खुजलाने पर पानी की तरह चिपचिपा स्राव आदि एक्जीमा या छाजन रोग के प्रमुख लक्षण हैं ।
कारण :- शुष्क त्वचा,शुष्क जलवायु,एलर्जी के कारण,आनुवांशिक उत्परिवर्तन,प्रतिरक्षा प्रणाली की निष्क्रियता,साबुन या डिटर्जेंट,धूल के कण,पराग एवं खाद्य -पदार्थों से एलर्जी,चिंता एवं मानसिक तनाव आदि एक्जीमा या छाजन रोग के मुख्य कारण हैं ।
उपचार :- (1) पापीती का दूध एक्जीमा या छाजन रोग को नष्ट करता है ।
(2) सफ़ेद आक के फूल को को छाया में सुखाकर नारियल में जलाएं धीमी आंच पर और ठंडा कर उसमें ढेला वाला कपूर चूर्ण कर
मिलाकर सुबह -शाम लगाने से एक्जीमा या छाजन रोग बहुत जल्दी ठीक हो जाता है ।
(3) तुलसी के पत्ते को नीबू के रस के साथ पीसकर लगाने से एक्जीमा या छाजन रोग ठीक हो जाता है ।
(4) नीम के पत्ते एवं निबौली को तेल में धीमी आंच में पकाएं और छानकर एक्जीमा या छाजन पर लगाने से ठीक हो जाता है ।
(5) नीम की छाल ,त्रिफला और परबल के पत्ते को उबालकर एक्जीमा या छाजन से प्रभावित जगहों को धोने से एक्जीमा या छाजन
रोग दूर हो जाता है ।