मधुमेह रोग:-मधुमेह एक अत्यंत खतरनाक रोग है,जिसमें रक्त में मौजूद शुगर या ग्लूकोस का स्तर बहुत ज्यादा बढ़ जाता है।यह रोग आजकल किसी भी उम्र के लोगों को हो सकता है,यहाँ तक कि छोटे बच्चे भी इससे अछूते नहीं हैं।हम जिस भी खाद्य पदार्थ का सेवन करते हैं ,उससे हमें ग्लूकोस मिलता है और इन्सुलिन हार्मोन इस ग्लूकोस को शरीर की कोशिकाओं में जाने में मदद करता है ताकि उन्हें शक्ति मिल सके।इन्सुलिन हार्मोन की कमी ही मधुमेह का मुख्य कारण है।जब इन्सुलिन की कमी हो जाती है तो रक्त में ज्यादा ग्लूकोस आँखों,किडनी और नसों को नुकसान पहुँचाने लगती है जो जानलेवा बीमारियों का रूप धारण कर लेती है।वास्तव में पैंक्रियाज की ग्रंथियों का ठीक प्रकार से काम न करना ही मधुमेह रोग का मुख्य कारण है।
लक्षण:-बार-बार पेशाब आना,मुँह सूखना,तेज प्यास व भूख लगना,त्वचा में खुजली,नजर कमजोर होना और धुंधला दीखना,वजन बढ़ना या असामान्य काम होना,घाव या कट जल्दी ठीक न होना,थकन,पुरुषों में यौन समस्याएं,हाथ-पैरों में गुदगुदी महसूस होना या सुन्न होना,मसूड़ों से खून आना आदि मधुमेह रोग के प्रमुख लक्षण हैं।
कारण:- पैंक्रियाज ग्रंथि के ठीक से काम न करना,इन्सुलिन हार्मोन का कम होना,रक्त में शुगर अधिक होना,आनुवंशिक कारण,मोटापा आदि मधुमेह के मुख्य कारण हैं।
उपचार:- (1) गुड़मार की कुछ पत्तियों को चबाकर खाने या इसकी पत्तियों की चाय बनाकर प्रतिदिन पीने से मधुमेह रोग से मुक्ति मिल जाती है।
(२) आम की अंतर छाल,नीम की अंतर छाल,जामुन की अंतर छाल,बाबुल की अंतर छाल अमरुद की अंतर छाल सबको समान
भाग लेकर काढ़ा बनाकर पीने से मधुमेह रोग समूल नष्ट हो जाता है।
(3) जामुन के बीजों को पीसकर चूर्ण बनाकर प्रतिदिन दो ग्राम की मात्रा मट्ठे के साथ सुबह -शाम सेवन करने से मधुमेह का नाश हो
जाता है।
(4) त्रिफला चूर्ण एक चम्मच गुनगुने जल के साथ सेवन करने से मधुमेह का नाश हो जाता है।
(5) करेले का रस के सेवन से भी मधुमेह का नाश हो जाता है।
(6) शिलाजीत चूर्ण प्रतिदिन 50 एम् जी सेवन करने से भी मधुमेह का नाश हो जाता है।
(7) बेल के पत्ते को पीसकर रस निकाल लें और काली मिर्च का चूर्ण एक चुटकी मिलकर सेवन करने से मधुमेह का नाश हो जाता
है।
(8) मेथी के बीजों का चूर्ण एक चम्मच प्रतिदिन सुबह -शाम सेवन करने से मधुमेह का नाश हो जाता है ।
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