दूर या दीर्घ दृष्टि दोष : - दूर या दीर्घ दृष्टि रोग आँखों की एक गंभीर समस्या है,जिसमें व्यक्ति दूर स्थित वस्तुओं को तो स्पष्ट देख सकता है :परन्तु निकट रखी वस्तुओं को तो स्पष्ट नहीं धुंधला देख पाता है ।आँखों में स्थित अभिनेत्र लेंस की फोकस दूरी या नेत्र गोलक के आकार में कमी या छोटा हो जाने के कारन आनेवाली प्रकाश की किरणें व्यक्ति के निकट बिंदु सामान्य निकट बिंदु से दूर हैट जाने के कारन वस्तु का प्रतिबिम्ब दृष्टिपटल पर नहीं बनकर उससे थोड़ा पीछे बनता है और नजदीक रखी वस्तुओं को स्पष्ट नहीं देख पाता है एवं धुंधला दिखाई पड़ता है।
लक्षण :- नजदीक की वस्तएं स्पष्ट नहीं दीखना,सिरदर्द,धुंधला दिखना,टेढ़ा-मेढ़ा दिखना,आँख पर जोर पड़ना,ठीक से दिखाई न देना,आँखों में
जलन,आँखों में सूखापन,स्पष्ट देखने के लिए आँखें मींचना आदि दूर या दीर्घ दृष्टि दोष के प्रमुख लक्षण हैं ।
कारण :- अभिनेत्रा लेंस की फोकस दूरी का बढ़ जाना,नेत्र गोलक का छोटा हो जाना,आँख में ट्यूमर का होना आदि दूर या दीर्घ दृष्टि दोष के
मुख्य कारण हैं ।
उपचार :- (1) गुनगुने दूध में एक चम्मच हल्दी पाउडर डालकर प्रतिदिन पीने से दूर दृष्टि दोष समाप्त हो जाता है ।
(2) अंगूर के बीजों का जूस प्रतिदिन पीने से दूर दृष्टि दोष समाप्त हो जाता है ।
(3) बादाम को मिक्सर में पीसकर चूर्ण बनाकर दूध में एक चम्मच मिलाकर प्रतिदिन पीने से दूर दृष्टि दोष समाप्त हो जाता है।
(4) बिच्छू वूटी की पत्तियों को पानी में उबालकर ठंडा कर प्रतिदिन दो बार पीने से दूर दृष्टि दोष दूर हो जाता है ।
(5) पपीता का जूस का सेवन प्रतिदिन दो बार करने से भी दूर दृष्टि दोष समाप्त हो जाता है ।
(6) एक चम्मच हल्दी पाउडर को एक चम्मच शहद में मिलाकर प्रतिदिन सेवन करने से दूर दृष्टि दोष समाप्त हो जाता है ।
(7) शहद को पानी में मिलाकर आँखों में प्रतिदिन दो -तीन बार डालने से भी दूर दृष्टि दोष समाप्त हो जाता है ।
(8) एवोकैडो तेल के सेवन से भी दूर दृष्टि दोष दूर हो जाता है ।
(9) सोंफ के चूर्ण में समान भाग मिश्री मिलाकर प्रतिदिन सेवन करने से दूर दृष्टि दोष समाप्त हो जाता है ।
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